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स्वामी विवेकानन्द के व्याख्यान




स्वामी विवेकानन्द स्वामी विवेकानन्द उठो, जागो और तब तक रुको नही जब तक
मंजिल प्राप्त न हो जाये । जो सत्य है, उसे साहसपूर्वक निर्भीक होकर लोगों से कहो–उससे किसी को कष्ट होता है या नहीं, इस ओर ध्यान मत दो। दुर्बलता को कभी प्रश्रय मत दो। सत्य की ज्योति ‘बुद्धिमान’ मनुष्यों के लिए यदि अत्यधिक मात्रा में प्रखर प्रतीत होती है, और उन्हें बहा ले जाती है, तो ले जाने दो–वे जितना शीघ्र बह जाएँ उतना अच्छा. उनके अनुसार -- एक विचार लो . उस विचार को अपना जीवन बना लो - उसके बारे में सोचो उसके सपने देखो , उस विचार को जियो . अपने मस्तिष्क , मांसपेशियों , नसों , शरीर के हर हिस्से को उस विचार में डूब जाने दो , और बाकी सभी विचार को किनारे रख दो . यही सफल होने का तरीका है.


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स्वामी विवेकानन्द के शिक्षा दर्शन के आधारभूत सिद्धान्त

स्वामी विवेकानन्द के  शिक्षा दर्शन  के आधारभूत सिद्धान्त निम्नलिखित हैं –

Swami Vivekananda Quotes

स्वामी विवेकानन्द के सुविचार

"दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो."    "जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पर विश्वास नहीं कर सकते."